रोहित शर्मा ने कैसे बोरीवली से लेकर टीम इंडिया के कप्तान बने, उसका यह अद्भुत सफर जानें

                   ऑफ स्पिनर  क्या  आप जानते हैं कि रोहित शर्मा अपने शुरूआती दिनों में ऑफ स्पिनर थे, यानि वह बल्लेबाजी नहीं करते थे.

                   दिनेश लाड बे पहचाना हुनर एक दिन रोहित शर्मा के कोच दिनेश लाड  ट्रेनिंग सेशन के लिए  लेट हो गए, जब वह वहां पहुंचे तो देखा कि रोहित शर्मा बल्ले के साथ शेडो प्रैक्टिस कर रहे हैं, जिसके बाद उन्हें अहसास हुआ कि रोहित शर्मा बल्लेबाजी भी कर सकते हैं.

     आसान नहीं था  सफर रोहित शर्मा के लिए सफर इतना आसान नहीं रहा. अंडर-16 चयन ट्रायल से बाहर किए जाने पर रोहित को शुरुआती असफलताओं का सामना करना पड़ा,

   Player of the Tournament इससे पहले वर्ल्ड कप 2019 में रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया, लेकिन टीम इंडिया खिताब जीतने में नाकाम

          किस्मत का रहा साथ दरअसल, बीसीसीआई ने अंडर-15 को अंडर-17 में तब्दील कर दिया, इसके बाद रोहित शर्मा को एक और मौका मिल गया. मुंबई के चयन ट्रायल के दौरान रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट का खिताब मिला.

                         वर्ल्ड cup वर्ल्ड कप 2011 के लिए रोहित शर्मा को नहीं चुना गया, लेकिन रोहित शर्मा आईपीएल और भारतीय टीम के लिए लगातार अच्छा करते रहे. रोहित शर्मा पहली बार वर्ल्ड कप 2015 में खेले. इसके बाद वह वर्ल्ड कप 2019 में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बने

            Khel Ratna Award रोहित शर्मा को साल 2020 में भारत के सर्वोच्च खेल सम्मान खेल रत्न पुरस्कार से सम्मानित किया गया. जिसके बाद उन्होंने अपने गुरू दिनेश लाड के प्रयासों को याद किया.

         शानदार बिता  २०२३ रोहित शर्मा के लिए साल 2023 शानदार बीता है. इस खिलाड़ी ने बतौर कप्तान काफी कामयाबी हासिल की. इससे पहले वर्ल्ड कप 2019 में रोहित शर्मा को प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया था.