कहते हैं ना सुपरस्टार की पॉपुलैरिटी हर कोई देखता है लेकिन उनके पीछे का संघर्ष केवल वही जानता है.और पंकज त्रिपाठी वही सुपरस्टार है
हिंदी सिनेमा में अपने छोटे छोटे किरदार निभाकर ही आज लोगों दिल जितने वाले पंकज त्रिपाठी किसी भी पहचान के मोहताज नहीं हैं.
एक्टिंग के शौकीन पंकज अपने गांव में होने वाले नाटकों में हिस्सी लेते थे. जी हां, गांव में वो लड़की बनकर डांस किया करते थे
एक अभिनेता की पहचान केवल कला से होती है जिसे करने में उसे किसी तरह की कोई शर्म नहीं होती. इस लाइन का पंकज से अच्छा उदाहरण शायद ही आपने कभी देखा होगा.
साल 2012 में उनकी किस्मत का सितारा खुला जब उन्होंने गैंग्स ऑफ वासेपुर में काम किया और अपनी एक्टिंग से लोगों को अपना दीवाना बना डाला.